name='viewport'/> link rel=“canonical”href=“https://ahiredeepak.blogspot.com/” /> स्व-काव्यांकुर (SWA-KAVYANKUR): आईचे काळीज....

आईचे काळीज....

आईचे काळीज...         

आईचे काळीज           
काळजी करतं,           
सदैव आपलेच            
जग ते स्मरतं....          

आईचे काळीज    
आपल्यासाठी धडधडतं, 
आठवणीने आपल्या
अंतरंगात ते गढतं... 

आईचे काळीज           
विश्वासाचे प्रतीक,        
आई नेहमी देते          
प्रेमाचेच ते पीक...       

आईचे काळीज    
आणा डाेळ्यासमाेर, 
देऊ नका दुःख
करा तिची कदर... 

© दीपक अहिरे, नाशिक 

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